Sunday, April 19, 2020

और एक साल

चमकते गाल, रेशमी बाल
चांद सजा है जिसके भाल¹ 

होंठ लाल मदहोश² नयन
ये मेरी नजर से, तेरा हाल

दिन ही नहीं, मैं भी हूँ तेरा
बढ़ी है उम्र, बस एक साल

कैद भले हैं घर पर लेकिन
संग तेरे, जिंदङी खुश-हाल

कामयाबी कदम चूमेगी तेरे
वक्त भी चलेगा, ऐसी चाल

तेरे ख्वाब को मिले मंजिल
मेरा ख्वाब, बनना तेरी ढाल 

नस नस में है इश्क तेरा बस
तुमसे ही जुड़ी हर सुर-ताल

हर जन्म गुजरे तेरे संग संग 
किस्मत गम दे, सारे निकाल 

मुबारक दिनों के हसीन पल
यही हयात³ का असल माल

¹मस्तक ²नशीले ³जीवन

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