Friday, August 11, 2006

अधूरे लफ्ज़...

लम्हात अधूरे, रात अधूरी।
तेरे बिना सौगात अधूरी।

सूर अधूरा, राग अधूरी,
जज्बातों की बरात अधूरी।

मैं अधूरा, हयात अधूरी,
तुमसे मिली कायनात अधूरी।

जीत अधूरी, हार अधूरी,
सारी बाजी-ए-बिसात अधूरी।

समंदर अधूरा, प्यास अधूरी,
आई आज वो बरसात अधूरी।

गम अधूरा, शाद अधूरी,
दी तुमने भी मात अधूरी।

लफ्ज़ अधूरे, किताब अधूरी,
मैनें लिखी हर बात अधूरी।

NYSH निशांत

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