Friday, December 08, 2006

रानी साहिबा...

आपकी जिंदगी में आना चाहतें हैं हम।
रानी साहिबा आपको बनाना चाहतें हैं हम।

कैसे यकीं दिलाएं आपको मोहब्बत का,
इजहार-ए-इश्क फरमाना चाहतें हैं हम।

हादसों ने बदला है रुख मेरी जिंदगी का,
अब आपसे दिल लगना चाहतें हैं हम।

अपनी ख़ुशी के इस मौक़े पर आपको अब,
अपने और नजदीक लाना चाहतें हैं हम।

साथ रहकर भी हमेशा दूर - दूर रहे,
अब यह सारे फासले मिटाना चाहतें हैं हम।

यूं नहीं छिपता प्यार पलकें झुकने से,
यह मोहब्बत का किस्सा सबको बताना चाहतें हैं हम।

NYSH निशांत

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